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“मेरे पास अपने बचपन की कोई तस्वीर नहीं है। लेकिन वो सारी यादें मेरे दिल और दिमाग़ में बसी हैं।” – बस इसीलिए @cop_shiva_ , Constable से Photographer बन गए ...
तुम सुकून कहो… हम ज़ाकिर समझेंगे! जीवन में जब भी हारा हुआ महसूस करें, ज़ाकिर भाई के सफ़र को याद कर लीजियेगा! क्या पता उनकी ही तरह जो तंग गालियों ...
15 अगस्त, राष्ट्रपति भवन का डिनर और उसमें शामिल होंगी झारखंड की ‘लेडी टार्ज़न’ — चामी मुर्मू! 30 साल से 500 गांवों में 30 लाख ...
11 अगस्त 1942 देश का वो दौर जब, अंग्रेजों ने बापू और पंडित नेहरू को जेल में डाल दिया। सबने सोचा क्रांति की लौ कम हो रही है ...
सोचिए, 565 अलग-अलग रियासतों के साथ सौदा पक्का करना — बिना E-mail, बिना Zoom Call, बिना LinkedIn Premium के। सिर्फ़ हिम्मत, ...
बचपन में घर चलाने के लिए मेंहदी लगाती थीं, आज मेंहदी लगाकर अपनी पहचान बना रही हैं सोनाली, न कोई दिखावा, न शोर-शराबा बल्कि अपनी मेहनत और सादही से सोनाली ...
जो चीज़ आपके लिए पुरानी है, वो किसी और के लिए नई खुशी बन सकती है। इसी सोच के साथ, पिछले 40 सालों से रिटायर्ड पोस्ट ऑफिस कर्मचारी गगन बिहारी ...
21 साल की उम्र में, पुरुषों की तरह कपड़े पहने हुए, हाथ में पिस्तौल और potassium cyanide। आज वो ब्रिटिश क्लब पर धावा बोल रहे ...
बिहार के 24 साल के लड़के ने गांव में रहकर खड़ी की करोड़ो की कंपनी |24-YOEarns Crores From HisVillage ...
90s की राखियां… काग़ज़ पर बने कार्ड। आज सब डिजिटल हो गया है — लेकिन एहसास अब भी वैसा ही है। राखी बांधते वक़्त जो आंखों में ...
एक नाम… जो बलिदान का प्रतीक बन गया। खुदीराम बोस, सिर्फ़ 18 साल की उम्र में फाँसी का फंदा चूम लिया। हाथ में भगवद गीता, चेहरे ...
जिसे सबने कहा ‘देहाती’ उसी लड़के ने गांव से खड़ा किया करोड़ों का बिज़नेस। प्रिंस शुक्ला ने साबित कर दिया गांव की मिट्टी में बस फसलें नहीं सपने भी उगते ...
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